Agrawal, Pramod Kumar
Jago Grahak Jago (Hindi) - Delhi Prabhat Prakashan 2011 - 127p. 9x6 hb
'जागो ग्राहक, जागो' पुस्तक में सामान्य उपभोक्ताओं को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 में प्रदत्त उपभोक्ता के अधिकारों के विषय में सरल एवं स्पष्ट भाषा में जानकारी दी गई है। जहाँ एक ओर लेखक ने उपभोक्ता की समस्याओं का विवरण दिया है, वहीं दूसरी ओर उसकी अधिकांश समस्याओं का सहज समाधान भी दिया है।
ENG
9789350480496
343.54071 / Agr
Jago Grahak Jago (Hindi) - Delhi Prabhat Prakashan 2011 - 127p. 9x6 hb
'जागो ग्राहक, जागो' पुस्तक में सामान्य उपभोक्ताओं को उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 1986 में प्रदत्त उपभोक्ता के अधिकारों के विषय में सरल एवं स्पष्ट भाषा में जानकारी दी गई है। जहाँ एक ओर लेखक ने उपभोक्ता की समस्याओं का विवरण दिया है, वहीं दूसरी ओर उसकी अधिकांश समस्याओं का सहज समाधान भी दिया है।
ENG
9789350480496
343.54071 / Agr